पलामू समाचार केंद्र प्रतिनिधि मेदिनीनगर पलामू झारखंड दीपक तिवारी +917979886793 *शिक्षा व स्वास्थ्य के सामंजस्य से पलामू को मिलेगी दिशा : अविनाश देव* *मेदिनीनगर।* स्थानीय रेडमा स्थित ग्रैंड जयश्री होटल में शनिवार को संत मरियम स्कूल द्वारा स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में पलामू प्रमंडल के कई वरिष्ठ चिकित्सकों ने भाग लिया। संत मरियम स्कूल के चेयरमैन अविनाश देव, प्राचार्य कुमार आदर्श, पलामू प्रमंडल के सुप्रसिद्ध फिजिशियन डॉ. राजीव नयन, ऑर्थो सर्जन प्रवीण सिद्धार्थ, ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉ. मुकेश कुमार सिन्हा, डेंटिस्ट डॉ. राजेश कुमार आदि ने संयुक्त रूप से दीप-प्रज्ज्वलित कर शिविर का शुभारंभ किया, वहीं चेयरमैन श्री देव ने सभी चिकित्सकों को अंगवस्त्र एवं पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया। शिविर में संत मरियम स्कूल के सैकड़ों शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने चिकित्सकों से स्वास्थ्य संबंधी परामर्श लिया और ईसीजी, बीपी, शुगर जैसी कई अन्य जांचें भी करवाईं। तत्पश्चात् सभी चिकित्सकों ने शिक्षकों को संबोधित किया और स्वास्थ्य से संबंधित कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की। उ...
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प्रतिनिधि मेदिनीनगर पलामू झारखंड
दीपक तिवारी
+917979886793 भारत-पाक तनाव के बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय (महा) ने बड़ा कदम उठाते हुए कई राज्यों को मॉकड्रिल करने के निर्देश दिए हैं। सरकार के सूत्रों के मुताबिक, एमएचए से जारी किए गए निर्देश में कहा गया है कि राज्य 7 मई को सुचारू तरीके से नागरिक सुरक्षा को सुनिश्चित कराने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन करेंगे। केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए इस आदेश का समय काफी अहम है क्योंकि ये आदेश ऐसे समय में जारी किया गया है, जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर है और कभी भी जंग छिड़ने जैसा माहौल है।
पिछली बार ऐसा अभ्यास 1971 में किया गया था, जिस साल भारत और पाकिस्तान के बीच दो मोर्चों पर युद्ध हुआ था। केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा राज्यों को भेजे गए निर्देश में निम्नलिखित तरह के मॉकड्रिल करने के निर्देश दिए गए हैं।
हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन का संचालन
शत्रुतापूर्ण हमले की स्थिति में खुद को बचाने के लिए नागरिक सुरक्षा पहलुओं पर नागरिकों, छात्रों आदि को प्रशिक्षण देना।
हमले की स्थिति में कैसे बचें? उसके उपायों के बारे में लोगों को बताना और प्रशिक्षण देना।
महत्वपूर्ण संयंत्रों/प्रतिष्ठानों को युद्ध के समय में हमलेसे पहले बचाने और संरक्षित करने की कोशिश करना।
निकासी योजना का अद्यतनीकरण और उसका पूर्वाभ्यास करना।
22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई किस्म के सख्त कदम उठाए हैं, जिसके बाद से दोनों केशों के बीच तनातनी बरकरार है। पाकिस्तान को इस बात का डर सता रहा है कि भारत कभी भी उस पर हमला कर सकता है।
इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम हमले के दोषियों और उसके आकाओं को मिट्टी में मिलाने की कसम खाई है। इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी। पिछली 11 रातों तक लगातार पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा पर भारतीय चौकियों पर गोलीबारी की है। भारत ने भी इस्लामाबाद की बार-बार सीमा पार से की गई गोलीबारी का कड़ा जवाब दिया है।
Editor-In-Chief
PUSHKAR TIWARI
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