पलामू समाचार केंद्र प्रतिनिधि मेदिनीनगर पलामू झारखंड दीपक तिवारी +917979886793 *शहरी जल स्रोतों का होगा संरक्षण* *अतिक्रमण और प्रदूषण मुक्त किए जाएंगे जल स्रोत* *शहरी जल स्रोतों के संरक्षण हेतु गठित टास्क फोर्स की बैठक में लिए गए कई महत्वपूर्ण निर्णय* *------------* पलामू उपायुक्त शशि रंजन के निदेश पर जिले के शहरी जल स्रोतों के संरक्षण हेतु गठित टास्क फोर्स की बैठक आज समाहरणालय सभागार में हुई। इसकी अध्यक्षता वन प्रमंडल पदाधिकारी सत्यम कुमार ने की। बैठक में जल स्रोतों के संरक्षण, अतिक्रमण और प्रदूषण मुक्त करने की कार्य योजना तैयार कर प्रभावी कदम उठाने का निर्णय लिया गया। जल स्रोतों की भूमि एवं इसके आसपास की सरकारी भूमि पर पाये जाने वाले अतिक्रमण को हटाने के लिए सुसंगत धाराओं के तहत कार्रवाई का निर्णय लिया गया। जलस्रोतों में ठोस एवं तरल अपशिष्ट पदार्थ के प्रवाह को रोकने की ठोस कदम उठाये जाने पर विमर्श किया गया। वन प्रमंडल पदाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को जल स्रोतों के संरक्षण, अतिक्रमण एवं प्रदूषण मुक्त करने को लेकर आवश्यक दिशा-निदेश दिए। साथ ही उन्होंने वन विभाग...
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दीपक कुमार तिवारी
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भवनाथपुर आरएमडी सेल द्वारा अधिग्रहित किये जा रहे जमीन में बीते दिनों विस्थापितों के द्वारा विरोध के बाद बुधवार को सेल के जीएम संजय सिंह व विस्थापितों के बीच हुई वार्ता लगभग फेल सा प्रतीत हो रहा
है।
बताते चलें कि सेल के भवनाथपुर लाइमस्टोन खदान के 1170 एकड़ भूमि राज्य सरकार को हस्तांतरित करने की प्रक्रिया चल रही है जिसमें कुछ भाग में घेराव का कार्य भी लगभग पूर्ण हो गया है। परन्तु घेराबंदी को सेल के विस्थापितो द्वारा पिछले दिनों रोक दिया गया था। इसके बाद बुधवार को सरैया गाँव के विस्थापितों के साथ वार्ता करने पहुंचे सेल के जीएम एवं विस्थापितों में समन्वय नहीं बनने के कारण अब अधिग्रहित जमीन को राज्य सरकार को हस्तांतरित किये जाने की उम्मीद भी कम दिखाई दे रही है।
वार्ता के दौरान सरईया गाँव के विस्थापितों ने सेल जीएम से कहा कि सरकार के निर्देश पर बंद हो चुके खदान क्षेत्र के परिसर को सेल द्वारा घेराबंदी कराया जा रहा है, लेकिन सेल प्रबंधन द्वारा खदान क्षेत्र के बजाये सरईया व गुड़गांव में खाली पड़े जमीन को भी 300 से 500 मीटर के परिधि तक घेराव किया जा रहा है, जो विस्थापित भूमिहीनों के साथ अन्याय है। विस्थापितों ने सेल जीएम से सुरक्षा की दृष्टिकोण से बंद हो चुके खदान क्षेत्र को सिर्फ 5 मीटर के दायरे में ही घेराव करने का प्रस्ताव रखते हुए कहा की चुकी खाली पड़े जमीन में विस्थापित खेती करते है, जेसीबी मशीन चलने से विस्थापितों के खेतो में लगी फसल चौपट हो रही है। इस पर सेल जीएम ने विस्थापितों से कहा कि आपकी बात जायज है, लेकिन सरकार के निर्देशानुसार ही कार्य किया जा रहा है। जहां तक खेती के लिए आने जाने की रास्ता का सवाल है उसके लिए जिस जगह पर घेराव किया जा रहा है, उस जगह पर प्रबंधन द्वारा गेट का भी निर्माण कराया जाएगा ताकि खेती करने वाले विस्थापितों को आने जाने में सहूलियत मिल सके।
बताते चले कि बीते दिनों सरईया गाँव के विस्थापितों का जमीन अधिग्रहित किये जाने के बावजूद सेल प्रबंधन द्वारा आज तक विस्थापित को नौकरी दिए जाने एवं जमीन के एवज में मुवावजा नहीं दिए जाने के चलते विस्थापितों ने अधिग्रहित भूमि का घेराव कार्य को बंद करा दिया गया था।
इस मौके पर सेल के खान प्रबन्धक बी पानी ग्रही सीआईएसएफ के सब इंस्पेक्टर नरेंद्र सिंह, विस्थापितों में बीरेंद्र साह, मोहन साह, आंनद पासवान, अनिल कुमार, रामविजय साह, धर्मेंद्र, बीरबल, सुनील, रमेश साह, अजय, दीपक लाल, महाबीर साह, भानु गुप्ता, बाबूलाल, रामसोती, बब्लू सहित काफी संख्या में विस्थापित उपस्थित थे।
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