पलामू समाचार केंद्र प्रतिनिधि मेदिनीनगर पलामू झारखंड दीपक तिवारी +917979886793 पलामू जिले की एस पी रेष्मा रमेशन ने आज अपने आवासीय परिसर में पारंपरिक रीति से धान रोपण किया। उन्होंने लोकगीत गाकर, पूजा-अर्चना कर धान रोकने की परंपरा निभाई और खुद खेत में उतरकर रोपाई की। मानसून के साथ जिले में धान रोपाई का कार्य जोरों पर है। ऐसे में एस पी का यह कदम न सिर्फ कृषि और संस्कृति से जुड़ाव का प्रतीक है, बल्कि एक प्रेरणादायक सामाजिक संदेश भी देता है। Editor-In-Chief PUSHKAR TIWARI
पलामू समाचार केंद्र
प्रतिनिधि मेदिनीनगर पलामू झारखंड
दीपक तिवारी
+917979886793
*17 जुलाई को जिले के सभी विद्यालयों को बंद रखने का निर्णय,किसी भी आपात स्थिति से निपटने को लेकर बीडीओ-सीओ को तैयार रहने के निर्देश*
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार की अध्यक्ष सह उपायुक्त समीरा एस की अध्यक्षता में बुधवार को उपायुक्त कार्यालय कक्ष में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक आयोजित की गयी।इस दौरान जिले में हो रही लगातार बारिश से उत्पन्न हालात पर विभिन्न पदाधिकारियों संग चर्चा किया गया।बैठक में चर्चा के उपरांत 17 जुलाई को जिले के सभी विद्यालयों को बंद रखने का निर्णय लिया गया।इसी तरह लगातार बारिश को देखते हुए सभी बीडीओ- सीओ को अपने संबंधित क्षेत्र में लगातार निगरानी एवं नदी किनारे बसने वाले गांवों के पास चिन्हित किए गये सुरक्षित स्थानों पर आवश्यकतानुसार प्रभावित परिवारों को शरणस्थली में रखते हुए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने का निर्देश दिया गया।
*शहर में होने वाले जल जमाव को पंप के जरिये खत्म करने के निर्देश*
बैठक में उपायुक्त ने सहायक नगर आयुक्त को शहर में जगह-जगह होने वाले जल जमाव को मोटर पंप के जरिये पानी निकासी को लेकर निर्देशित किया।इस कार्य में एक अलग से एक डेडीकेटेड टीम को लगाने की बात कही।उपायुक्त ने कहा कि अगर कहीं पेड़ गिर जाता है तो उसे हटाने की भी मुकम्मल व्यवस्था किया जाना चाहिये।उपायुक्त ने बारिश के मद्देनजर सिविल सर्जन को डेंगू-चिकनगुनिया को फैलने से रोकने को लेकर सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने पर बल दिया।बैठक में एसपी रीष्मा रमेशन ने बताया कि नदी किनारे लोगों को नदी के समीप नहीं जाने को लेकर अनाउंसमेंट किया जा रहा है साथ ही पर्याप्त पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति भी की गयी है।
*जलजनित बीमारियों से आमजनों को जागरूक करने के निर्देश*
बरसात के मद्देनजर बैठक में सांप काटने एवं जल जनित बीमारियों से संबंधित चर्चा किया गया,जिसमें पाया गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी लोग अंधविश्वास के कारण सांप काटने के पश्चात घरेलू उपचार एवं झाड़-फूंक में अपना कीमती समय बर्बाद कर देते हैं जिसके कारण उनकी मृत्यु हो जाती है।इस पर बैठक में सिविल सर्जन एवं जिला जनसंपर्क पदाधिकारी को आपस में बेहतर समन्वय स्थापित करते हुए इस विषय पर लोगों को जागरूक करने का निर्णय लिया गया।
*विभिन्न आपदाओं से प्रभावितों के सहायता राशि को मिली स्वीकृति*
वित्तिय वर्ष 2025-26 में प्राप्त अभिलेखों के विरुद्ध संबंधित अंचल अधिकारियों को प्रभावितों को सहायता राशि उपलब्ध कराई गई है,जिसमें वज्रपात से मृत 9 व्यक्तियों के आश्रितों हेतु 36 लाख,वज्रपात से मृत 2 पशुओं के प्रभावितों के लिये 69 हज़ार पांच सौ,नदी में डूबने से मृत 6 व्यक्तियों के आश्रितों को 24 लाख,सर्पदंश से मृत 6 व्यक्तियों के आश्रितों को 24 लाख तथा सड़क दुर्घटना में मृत 41 व्यक्तियों के आश्रितों को 41 लाख रुपये की राशि की घटनोत्तर स्वीकृति की आवश्यकता पर चर्चा की गयी।इस दौरान सर्वसम्मति से अंचल अधिकारियों को उपावंटित राशि की घटनोत्तर स्वीकृति प्रदान की गयी।बैठक में उपरोक्त के अलावे वन प्रमंडल पदाधिकारी,अपर समाहर्ता कुंदन कुमार,जिला आपदा प्रमंडल पदाधिकारी जयराम सिंह यादव,
Editor-In-Chief
PUSHKAR TIWARI
Comments
Post a Comment